बीते कुछ दिनों में उत्तर प्रदेश की पुलिस की साख को धूमिल करने वाले सुदीक्षा मामले का पुलिस ने पटाक्षेप कर दिया ।बुलंदशहर में 10 अगस्त अमेरिका में शिक्षा ग्रहण करने वाली सुदीक्षा भाटी की मृत्यु उनके मोटरसाइकिल के टकराने से गयी थी।परिवार वालो ने पुलिस को बताया कि सुदीक्षा अपने चाचा के साथ मोटरसाइकिल से जा रही थी तभी बुलेट सवार दो लोगो ने उनके साथ छेड़छाड़ शुरू कर दी और रास्ते मे उसे तंग करना शुरू कर दिया ।इसी घटनाक्रम में स्टंट से बचने के दौरान उसकी मृत्यु हो गयी।यह घटना जंगल मे आग की तरह फैली और राजनीतिक दलों ने इसपर कड़ी प्रतिक्रिया देते हुए पूरे मसले पर योगी सरकार को घेरने का प्रयास किया गया ।
मुख्यमंत्री का संज्ञान ,SIT का गठन
घटना के तुरंत बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने संज्ञान लेकर अधिकारियों को तत्काल विवेचना कर कठोर कार्रवाई के निर्देश दिए थे ।उसी आदेश के अनुपालन में बुलंदशहर प्रशासन ने जांच के लिए एक SIT का गठन किया ।मुख्यमंत्री कार्यालय SIT की हर गतिविधि का पल-पल संज्ञान लेता रहा।
व्यापक जांच अभियान
चूंकि यह मामला हाईप्रोफाइल हो चुका था इसी लिए SIT किसी भी प्रकार की कोई कोर-कसर नही छोड़ना चाहती थी ।परिवार वालो ने पहचान के तौर पर मात्र इतना बताया था कि बुलेट पर “जाट” लिखा था और UP 13 से नम्बर शुरू था ।
इसके बाद पुलिस ने बुलंदशहर में पंजीकृत 10719 बुलेट के बारे में जानकारी जुटाई और करीब 1000 लोगो से पूछताछ की।लेकिन पुलिस को कोई खास सफलता नही मिली ।
सीसीटीवी ने सामने लाया सच
बुलेट से कोई सफलता नही मिलने पर पुलिस ने रास्तो में लगे सीसीटीवी कैमरों को खंगालना शुरू किया गया।एसआईटी द्वारा सिकन्दराबाद टोलप्लाजा से लेकर औरंगाबाद के घटना स्थल तक के कुल 12 सीसीटीवी फुटेज को निकलवाया जिनमे 8 के फुटेज से इस पूरे मामले की सच्चाई सामने आ गयी ।
छेड़छाड़ नही ,हादसा था मौत की वहज
एसआईटी जांच से यह स्पष्ट हुआ कि गाड़ी सुदीक्षा के चाचा सुमित भाटी नही बल्कि सुदीक्षा का भाई चला रहा था और हर सीसीटीवी में आरोपियों की बुलेट 30 सेकेंड से लेकर 1 मिंट तक सुदीक्षा कि मोटसाइकिल से आगे थी ।
एसएसपी बुलंदशहर ने प्रेस वार्ता में कहा कि”8 सीसीटीवी कैमरों में हमे दोनो के फुटेज प्राप्त हुए हैं।आठो पर लगातार बुलेट सवार आगे रहे हैं और कम से कम 200 मीटर से एक किलोमीटर तक आगे रहे हैं ।पुरी जाँच में हमे छेड़खानी के कोई साक्ष्य नही मिले है ,यह घटना विशुद्ध दुर्घटना थी ।”
बुलेट सवार के आगे भैस और टेम्पू आने के कारण उसे अचानक ब्रेक लगाना पड़ा और पीछे से आ रही सुदीक्षा कि मोटरसाइकिल उससे टकरा गई ।जिसमे सुदीक्षा की मृत्यु हो गयी।
घटनाक्रम के मीडिया में उछलने के बाद के बाद आरोपियों ने बुलेट को मोडिफाई भी करा लिया था ताकि पुलिस उसे पहचान न सके ।इस घटनाक्रम में पुलिस ने दीपक सोलंकी और राजू को गिरफ्तार किया है ।दीपक बुलेट चला रहा था जबकि राजू(55 वर्ष) पीछे बैठा था ।