कॉमरेड का मतलब होता है, बुद्धि हीनता, मतलब सोचने विचारने का इंडेक्स माइनस में चले जाना। कॉमरेड का हिंदी में अगर ट्रांसलेशन करें तो इसके लिये सबसे उपयुक्त शब्द अंधभक्त ही होगा। कॉमरेड और अंधभक्त में कोई अंतर नहीं होता है। लेकिन देखिए लोग एक दूसरे को कॉमरेड कहने में शान समझते हैं लेकिन अगर अंधभक्त कह दीजिये तो चिढ़ जाएंगे।
बस कुछ ही दिनों पहले संघ या भाजपा के किसी बड़े नेता ने अपने फेसबुक पर एक वीडियो शेयर किया था। उस वीडियो में ज़ेबू नस्ल के सैकड़ों बछड़े थे। उस छोटे से क्लिप के बैकग्राउंड में जय गो माता टाइप में कोई संगीत भी फिक्स था।
उस तथाकथित भाईसाहब ने अपने फेसबुक वॉल पर जब उस वीडियो को डाला तो, उनके कॉमरेड प्रणाम भाईसाहब, जय गो माता की, यह है असली भारतीय संस्कृति, सोने की चिड़िया, गोबर का हवाईजहाज इत्यादि लिख कर उनके फेसबुक पोस्ट को जय जय कार से भर दिया।
मैं इस प्रोसेस को देखकर आश्चर्य से भर गया। मैंने सोचा ये क्या पागलपन है। वस्तुतः उस वीडियो में गायों के बच्चे ब्राजील में बीफ के लिये पाले गए एक फार्म हाउस का था।
जिस गिर के गायों के ब्राजील एक्सपोर्ट पर भारतीय गर्व करते हैं, वस्तुतः आज ब्राजील बहुत ही तेज़ी से इन्हीं गायों की बदौलत बीफ का सबसे बड़ा एक्सपोर्ट करने वाला देश बन रहा है।
वहाँ गायों के बच्चे पैदा होते ही कुछ दिनों में उसे माँ से अलग कर दिया जाता है। और उन अलग किये बच्चों को मेल फीमेल में बांट कर उनकी अछि फार्मिंग करके उन्हें बीफ के लिये तैयार किया जाता है।
गायों को अपने बच्चे का दर्शन तो मुश्किल है, उनका दूध भी मशीन से ही निकालते हैं। लेकिन दुख की बात है कि कॉमरेड उर्फ अंधभक्त इस बात को बिना समझे। जय गो मैया की पोस्ट करने लग जाते हैं।
कुछ तर्क बढ़ाएं, अंधभक्त ना बने। राष्ट्रवाद की आग में अगर इतना जल ही रहे हैं तो उद्यमी बनें। आत्मनिर्भर बने, शरीर को स्वस्थ रखे, माता पिता की सेवा करें। और देश द्रोहियों को शक की निगाह से देखे। और दूसरों को भी अपनी दृष्टि बांटें।
आदित्यनाथ तिवारी